Sharab aur mohabbat shayari in hindi|शराब और मोहब्बत शायरी

  हेलो दोस्तों आज शराब पर शायरी का दूसरा अध्याय लेकर आए हैं जिसका शीर्षक है Sharab Aur Mohabbat shayari in hindi|शराब और मोहब्बत शायरी और इस टॉपिक में हम शराब और मोहब्बत से रिलेटेड शायरियों का जिक्र करेंगे जब बेहद ही शानदार शायरियों का संग्रह होगी

इंसान शराब तब  पीता जब खुशी हो या गम किसी किसी को शराब की लत लगा जाती है जो अच्छी बात नही है तो चलिये शुरू करते है शराब पर shayari





  • शाम थी वो कातील,जो उस्की यादें ले आई,थे हम तन्हा, हॅमे मै-खाणे ले आई,साकी ने तोह और भी जुलम धाया हम पार,के झलक गया पैमना, ऐसी आँखीयोन से पिलाई


  • शराब और मेरा ब्रेकप हज़ारो बार हो चुका है, हर बार कम्बख़त मूज़े माना लेती है


  • मत पूछ उसके मैखाने का पता ऐ साकी,उसके शहर का तो पानी भी नशा देता है.


  • हर बार सोचता हूँ, छोड़ दूंगा मैं पीना अब से,मगर तेरी याद आती है, और हम मयखाने को चल पड़ते हैं।



  • मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की,कभी हम महक जाते हैं, 



  • नतीजा बेवजह महफिल से उठवाने का क्या होगा,न होंगे हम तो साकी तेरे मैखाने का क्या होगा।


  • तेरी आँखों के ये जो प्याले हैं,मेरी अंधेरी रातों के उजाले हैं,पीता हूँ जाम पर जाम तेरे नाम का,हम तो शराबी बे-शराब वाले हैं.


  • आए थे हँसते खेलते मय-ख़ाने में ‘फ़िराक़’जब पी चुके शराब तो संजीदा हो गए


  • ये ना पूछ मैं शराबी क्यूँ हुआ, बस यूँ समझ ले,गमों के बोझ से, नशे की बोतल सस्ती लगी।


  • ग़म इस कदर बढ़े कि घबरा के पी गया,इस दिल की बेबसी पे तरस खा के पी गया,ठुकरा रहा था मुझे बड़ी देर से ज़माना,मैं आज सब जहान को ठुकरा के पी गया।


  • मुझ तक कब उनकी बज़्म में आता था दौर-ए-जाम साक़ी ने कुछ मिला न दिया हो शराब में.


  • तुम क्या जानो शराब कैसे पिलाई जाती है,खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है,फिर आवाज़ लगायी जाती है आ जाओ टूटे दिल वालों,यहाँ दर्द-ए-दिल की दवा पिलाई जाती है।



  • हम तो समझे थे के बरसात में बरसेगी शराब आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया.



  • शिकन न डाल माथे पर शराब देते हुए,ये मुस्कुराती हुई चीज़ मुस्कुरा के पिला।



  • मेरी तबाही का इल्जाम अब शराब पर है,करता भी क्या और तुम पर जो आ रही थी बात।


  • यूँ बिगड़ी बहकी बातों का कोई शौक़ नही है मुझको,वो पुरानी शराब के जैसी है, असर सर से उतरता ही नहीं।



  • टूटे तेरी निगाह से अगर दिल हबाब का पानी भी फिर पिएं तो मज़ा दे शराब का.


  • तुम आज साक़ी बने हो तो शहर प्यासा है,हमारे दौर में ख़ाली कोई गिलास न था।



  • हर किसी बात का जवाब नहीं होता, हर जाम इश्क में ख़राब नहीं होता, यूँ तो झूम लेते है नशे में रहने वाले, मगर हर नशे का नाम शराब नहीं होता..



  • निगाह-ए-साक़ी से पैहम छलक रही है शराब,पिओ की पीने-पिलाने की रात आई है.

Also read- Dil shayari

Sharab Aur Mohabbat shayari in hindi

  • अब तो उतनी भी बाकी नहीं मय-ख़ाने में,जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में।


  • तुम्हारी बेरूखी ने लाज रख ली बादाखाने की,तुम आंखों से पिला देते तो पैमाने कहाँ जाते।



  • शराब पीने से काफ़िर हुआ मैं क्यूं,क्या डेढ़ चुल्लू पानी में ईमान बह गया.



  • बस एक इतनी वजह है मेरे न पीने की शराब है वही साक़ी मगर गिलास नहीं.



  • तमाम रातें गुजर गयीं मयखाने में पीते-पीते, मगर अफ़सोस, न बोतल ख़त्म हुयी,न किस्सा ख़त्म हुआ, और न ही तेरे दर्द का वो हिस्सा ख़त्म हुआ।



  • अपनी नशीली निगाहों को,जरा झुका दीजिए जनाबमेरे मजहब में नशा हराम है।



  • ‘हाली’ नशात-ए-नग़मा-ओ-मय ढूंढते हो अब आये हो वक़्त-ए-सुबह..रहे रात भर कहाँ



  • पीने से कर चुका था मैं तौबा दोस्तों,बादलो का रंग देख नीयत बदल गई।



  • पूरा अब मेरा ये ख़्वाब हो जाये,लिख दू उनके दिल पे किताब हो जाये,ना मयकदे की जरूरत हो ना मयखाने की,अगर नज़र से पिला दो शराब हो जाये..



  • मयखाने की इज्ज़त का सवाल था हुज़ूर,सामने से गुजरे तो, थोड़ा सा लड़खड़ा दिए।



  • कभी मौक़ा लगे,कड़वे दो घूँट चख लेना ज़रा तेरे लिये शराब छोड़ आए हैं.!



  • शायरी वो नही लिखते हैं,जो शराब से नशा करते हैं शायरी तो वो लिखते हैं,जो यादों से नशा करते हैं..


  • दारु चढ के उतर जाती है, पैसा चढ जाये तो उतरता नही, आप अपने नशे में जीते है, हम जरा सी शराब पीते है..गुलज़ार



  • अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मय-ख़ाने में , जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में ... दिवाकर राही


  • कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई , आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई ... निदा फ़ाज़ली


  • इतनी पी जाए कि मिट जाए मैं और तू की तमीज़ , यानी ये होश की दीवार गिरा दी जाए.. फ़रहत शहज़ाद



  •  जब से आदत पड़ गयी मुझे पीने की तब आग बुझी मेरे सीने की 


 

  •  किस्मत खराब है हममें खराबी थोड़ी है ,  पीते हैं उसे भुलाने के लिए शराबी थोड़ी हैं 


 

  •  महफ़िल में बैठे थे हम धीरे से एक सलाम आया ,  मेरा बिछड़ा हुआ एक दोस्त आज जाम लाया 


शराब और मोहब्बत शायरी

  •  हर ठेके के पास अब तेरी ही कमी खलती हैं, शराबियों की महफ़िल से तो दुनिया भी जलती है , 


 

  •  बारिश का मौसम था,  साथ में तुम और हसीन वो शाम थी , होश आया तो देखा हाथ में तो सिर्फ खाली जाम थी 


 

  •  मेरी हर एक समस्या का एक ही जबाव हो , पास में तुम हो या 1 बोतल शराब हो 

 


 

  •  इश्क़ के समुन्दर में आज इस कदर डूब कर आया हूँ , ऐ दोस्तों मैं शराब की 4 बोतल खरीद कर लाया हूँ 


 

  •  इश्क़ के नशे में ये मुकाम आये , जब भी बात शराबियों की हो पहले मेरा नाम आये 



  •  आख़िर क्यों न हो जाऊँ मे बेवफ़ा, सिखाया तूने ही है नशे में डूब जाना, और दुनिया को भूल जाना 



  •  शराब ज़्यादा नहीं बस एक ज़ाम चाहिए,  आज की पूरी शाम बस दोस्तों के नाम चाहिए 


 

  •  मतलब नहीं कि,  कितना छोटा ग्लास है, हमें क्या मतलब समुंदर से, जब सिर्फ 1 घूंट हमारी प्यास है 



  •  शराबियों की ताक़त क्या, ये एक ग्लास पानी में एक ढक्कन मिला देते है, सिर्फ इंसान को नहीं फिर पूरी दुनिया हिला देते हैं 


 

  •  हमें गुमशुदा कर दिया तेरे इन ख़्यालों ने, लोग सवाल करते हैं हमसे,  अभी भी नशे में है क्या 



  •  मंदिर मे हिन्दू मिले मस्जिद में मुसलमान पहुंचा शराब की दुकान में वहाँ थे सब इंसान 


 

  •  कमी न हो ज़रा भी, शराब के प्यालों में बस डूबता ही जाता हूँ अब उसकी नशीली आँखों में 


 

  •  शराफत नहीं ज़रा भी मोहब्बत में, जो जानलेवा है शराब का क्या क़ुसूर, उसने तो साफ़ लिखा है शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है 


 

  •  नशा था उनका, पूरा दिन सोते रहे न थी वो शराब से कम बस उसी मे खोते गए 







Post a Comment

0 Comments