मिर्जा गालिब की दर्द भरी शायरी-

 hindi shayari मिर्जा गालिब की दर्द भरी शायरी

heart touching मिर्जा गालिब की दर्द भरी शायरी


प्यार छोड़ो तुम मेरे दोस्त बने रहना,

              सुना है!

प्यार मुकर जाता है लेकिन यार नहीं...

- Ghalib ki yadein


बेलिबास* आये थे, 

               इस दुनिया में ग़ालिब...

सिर्फ एक कफ़न के लिए

                 इतना सफ़र कर गए...


हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी के

हर ख़्वाहिश पे *दम निकले...*

बहुत निकले *मेरे अरमां*

लेकिन फिर भी कम निकले...


*जिंदगी...*

बहुत कुछ देकर भी...

किसी न किसी चीज़ के लिए

*फ़कीर* बनाए रखती है..!!!


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